शुक्रवार, 19 नवंबर 2010

सपने

मेरा दिल सपने देखता है
और मैं उसे तोड़ देता हूँ
दिल कहता है मुझे प्यार करने वाले बहुत
मैं कहता हूँ कोइ भी नहीं
दिल कहता है ये दुनिया बहुत अच्छी
मैं कहता हूँ बिलकुल नहीं
दिल कहता है भगवन अच्छे
मैं कहता पत्थर ही हैं
ये प्यारी दुनिया, इंसान, भगवन कोई नहीं
जिसके सहारे मेरा दिल धडकता
मैं भी जीता
मेरा दिल रोता है, साथ मैं मैं भी रोता हूँ
कोई नहीं, कोई नहीं, कोई नहीं ..........

1 टिप्पणी:

  1. जो झुकाए वो प्यार , जो झुक जाये वो दोस्ती
    जो रुलाये वो प्यार , जो हंसी लौटा लाये वो दोस्ती
    जो अजमाए वो प्यार , जो कबी न जताए वो दोस्ती
    जो छोड़ जाये वो प्यार , जो बिना कहे साथ देने आये वो दोस्ती
    जो हमें गम दे वो प्यार , जो गम बांटे वो दोस्ती
    जो सबको दुश्मन बनाये वो प्यार , जो सबको अपना बना दे वो दोस्ती
    जो लौट आये वो प्यार , जो कबी साथ छोड़ क न जाये वो दोस्ती
    जो दिल को चुभ जाये वो प्यार , जो दिल को छु जाये वो दोस्ती
    जो मजनू राँझा ने न पाया वो प्यार , जो krishan और सुदामा ने पाई वो दोस्ती
    प्यार का दूसरा नाम है कुर्बानी , दोस्ती हर हाल में पड़ती है निभानी
    प्यार मंजिल है ,दोस्ती रास्ता है ,दोनों का दिल से वास्ता है !

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